देहरादून। (राजीव कुमार) कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव व पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत राजनीति के माहिर खिलाड़ी माने जाते हैं। उनके इशारों को पढ़ पाना आसान नही होता। विधान सभा व लोकसभा चुनावों की दोहरी हार के बाद से कठिन सियासी हालात से जूझ रहे रावत ने सीमित राजनीति करने के संकेत देकर सबको चौंका दिया है।
कांग्रेसी दिग्गज ने एक फेसबुक पोस्ट लिखकर खुद को प्रदेश के 4 जिलों की राजनीति तक सीमित रखने की घोषणा की है। उन्होंने लिखा है कि मैं आज जिस मुकाम पर हूँ वहाँ पहुँचाने में अल्मोड़ा, चम्पावत, पिथौरागढ़ व बागेश्वर जनपद के कोंग्रेसजनों का योगदान है। रावत ने लिखा कि कांग्रेस की राष्ट्रीय जिम्मेदारी निभाने के बाद जितना भी समय मिलेगा उसे वो अब इन्ही चार जिलों में पार्टी को मजबूत करने में लगाएंगे। उन्होंने लिखा कि फिलहाल वो प्रदेश अध्यक्ष के कहने पर पिथौरागढ़ उपचुनाव में पार्टी प्रत्याशी को जिताने में लगे हैं।
दरअसल, रावत जिन चार जिलों की बात कर रहें है उनकी सभी 14 विधानसभा सीटें अल्मोड़ा लोकसभा क्षेत्र में आती हैं, जो कभी हरीश रावत का संसदीय क्षेत्र होता था। राज्य विधानसभा के 2022 में होने वाले चुनावों के लिए रावत अपने इसी किले को मजबूत बनाना चाहते हैं।
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