याचिकाकर्ता के आरोपों पर चुनाव आयोग खामोश
नई दिल्ली।। पिछले लंबे समय से ईवीएम से छेड़छाड़ को लेकर राजनीति कई बार गर्मायी है। आरोप प्रत्यारोपों के बीच खुद चुनाव आयोग तक को इस मामले में सफाई देनी पड़ी। ईवीएम का जिन्न एक बार फिर बोतल से बाहर आ गया है।
2014-2019 के लोकसभा चुनावों में वोटों की गिनती को लेकर एडीआर (Association For Democratic reform) ने गंभीर आरोप लगाए हैं। संस्था ने 15 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर कहा की 2014 के लोकसभा चुनावों में 370 लोकसभा सीटों पर गिनती में गड़बड़ी की गयी है।
एडीआर ने याचिका में कहा है की डाले गए वोटों की संख्या और ईवीएम में निकले वोटों की संख्या अलग अलग है। उसका दावा है की चुनाव आयोग ने इस बारे में कुछ नही कहा है। वहीं 2019 के चुनावों की गिनती के बाद चुनाव आयोग द्वारा अपनी वेबसाइट और एप्प पर जो डाटा अपलोड किया गया उसको कईं बार बदला गया। एडीआर का आरोप है की वोटों के मिलान में गलती के कारण बार बार ऐसा किया गया।
याचिका में मांग की गयी है की चुनाव परिणाम पूरी तरह जांच परख कर ही घोषित किये जाएं। याचिकाकर्ता ने बताया की इंग्लैंड, पेरू, ब्राज़ील, फ्रांस जैसे देशों में एक निर्धारित एजेंसी की जांच के बाद ही चुनाव परिणाम घोषित किये जाते हैं।
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